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गुरुवार, 20 मार्च 2014

प्यार में दर्द है.


प्यार में दर्द है,
 
प्यार में दर्द है ,दर्द से प्यार है,न कहीं जीत है न कहीं हार है 

 
 वो सनम  जब यहाँ  बेवफा हो गया 
 टुकड़े-टुकड़े जिगर के मेरे कर गया,
 हँस  के मैंने  उसे बस  यही था कहा 
   तू  मेरा  प्यार  है, वो  तेरा  प्यार है ! 

 
प्यार में दर्द है ,दर्द से प्यार है,न कहीं जीत है न कहीं हार है!

 
 सबके लब तर यहाँ जाम खाली नही
 नजरें साकी की मुझपे इनायत नहीं,

फांसले  जब  बढे  मैंने  इतना  कहा
  क्या  यही जीत  है क्या यही हार है !

 
प्यार में दर्द है ,दर्द से प्यार है,न कहीं जीत है न कहीं हार है!

 
प्यार  को रूप  रंगत से मतलब नही
 प्यार को सोने चाँदी की दरकत नही,
 उनके  सौदाईपन  पे  किसी  ने कहा 

     इस्क की जीत  है, हुश्न की  हार  है !   
 
प्यार में दर्द है ,दर्द से प्यार है,न कहीं जीत है न कहीं हार है!

 
 प्यार के नाम पर,तुम ये क्या कर गये 
  नाम  लेके   वफा  का  जफा  कर  गये, 
 उनके  दिल से मेरे दिल ने इतना कहा 
  न  तेरी   जीत   है , न   मेरी   हार  है ! 

 
प्यार में दर्द है ,दर्द से प्यार है,न कहीं जीत है न कहीं हार है!


 dheerendra singh bhadauriya

बुधवार, 1 अगस्त 2012

रक्षा का बंधन,,,,




रक्षा
का बंधन


बचपन से लेकर , आज तक तुमको
मायके से लेकर ससुराल तक तुमको

नही भूली मै राखी का त्यौहार भईया,

दिल से जुड़ेते ये प्रेम के धागे
रक्षा का बंधन सिर्फ रक्षा मांगे

मुझे नही चाहिए कोई उपहार भईया,

मुसीवत में भाई एक सहारा
बहना को लगे भाई ध्रुवतारा

मुझे मिलता रहे ऐसे ही दुलार भईया,

रेशम की डोर का ये पक्का रिश्ता
अहसासों का प्यार कहाँ है मिलता

इसे समझो ना रेशम का तार भईया,

मुझको हमेशा याद करते रहना
राखी में तुम्हारी राह तके बहना


मेरी राखी का मतलब है प्यार भईया,



Rakhi scraps, greetings, wishes


dheerendra,bhadauriya

गुरुवार, 26 जुलाई 2012

इन्तजार,,,

इन्तजार,,,

शाम ढलने तक, मैंने इन्तजार किया,
वर्ष बदलने तक मैंने इन्तजार किया !

मेरे लफ्ज तुमसे, कुछ कहना चाहते थे,
तेरे गुनगुनाने तक मैंने इन्तजार किया !

बेवफाई बह रही थी, मेरे अश्क-ऐ-समंदर में,
फिर भी मयखाने तक मैंने इन्तजार किया !

करवटे बदलता रहा, रात भर आहों में,
नींद के आने तक मैंने इन्तजार किया !

नम हो गया था, तकिया दोनों तरफ से,
सूरज के निकलने तक मैंने इन्तजार किया !

दिन निकला नही, पर साल बदल गया,
तेरे जाग जाने तक मैंने इन्तजार किया !

साल बदलने से, तेरी बेवफाई नही बदली,
तेरी नजरें बदलने तक मैंने प्यार किया !

dheerendra bhadauriya,