पोखर में
डूब रही
फागुन की शाम !
झुक आया
धरती तक
नीला आकाश,
देख - देख
हो बैठी
पत्तियाँ उदास !
सूरज ने
घोड़ों की
खोल दी लगाम !
सतरंगी किरणें
अब -
पीपल से झांक,
भाग - भाग
जाती है
सूनापन आंक !
सुधियों में
बैठ गया
भूला सा नाम
पोखर में
डूब रही
फागुन की शाम !
very nice feelings.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रकृति वर्णन !
जवाब देंहटाएंन्यू पोस्ट उम्मीदवार का चयन
New post शब्द और ईश्वर !!!
बीतता फागुन कुछ ऐसी ही अनुभूतियाँ छोड़ जाता है .......सुंदर रचना......
जवाब देंहटाएंसाभार......
सुन्दर अनुभूति.........
जवाब देंहटाएंपत्तियाँ कर लीजिये पतियाँ की जगह ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना ।
क्षमा करें मुझे नहीं मालूम था पतियाँ सही है !
हटाएंफाल्गुन का प्यारा वर्णन
जवाब देंहटाएंडूबते फागुन के शाम का बहुत सुंदर चित्रण ...!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएं--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बुधवार (26-02-2014) को लेकिन गिद्ध समाज, बाज को गलत बताये; चर्चा मंच 1535 में "अद्यतन लिंक" पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आभार ! शास्त्री जी,
हटाएंशानदार रचना |
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति है आदरणीय-
जवाब देंहटाएंआभार आपका-
bahut hi sundar layatmak rachna ...
जवाब देंहटाएंहमेशा से बिलकुल अलग रचना बहुत अच्छी लगी !
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ... डूबती हुयी शाम भी कितना कुछ मन में उठा जाती है ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर..!!!
जवाब देंहटाएंफागुन का दंश दिख रहा है!!
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूबसूरत अहसास...
जवाब देंहटाएंसाँझ ढली .पंछी घर आये .........खुबसूरत अहसास !
जवाब देंहटाएंआभार ! हर्ष वर्धन जी,,,,,
जवाब देंहटाएंफगुनाहर का असर..सुन्दर ...
जवाब देंहटाएंबहुत कोमल भाव !
जवाब देंहटाएंsunder bhavon se bhari rachna
जवाब देंहटाएंrachana
खूबसूरत अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर :)
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar..........phagun ki phuhar ..................
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंati uttam
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना ...
जवाब देंहटाएंप्रिय धीरेन्द्र भाई बहुत सुन्दर प्राकृतिक झांकी युक्त सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंजय शिव शम्भो आप को भी....
भ्रमर ५
वहुत सुन्दर प्रस्तुति , फाल्गुन का सुन्दर चित्र प्रस्तुत किया है, बहुत बधाई ..
जवाब देंहटाएंबहुत कोमल भाव ...........बिलकुल अलग रचना बहुत अच्छी लगी !
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति. से साक्षात्कार हुआ । मेरे नए पोस्ट
जवाब देंहटाएं"सपनों की भी उम्र होती है " (Dreams havel life) पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है।
wah sundar ehsas
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