वोट से पहले
न हिन्दू थे न मुस्लिम थे, विस्फोट से पहले!
क्यूँ हमने बेच दी इंसानियत, थी वोट से पहले!!
हमारे मुन्ने ने जो 'ब' से पढ़, बारूद बताया!
मै गोया हो गया जख्मी, किसी भी चोट से पहले!!
हमारे देश में जीवन , धरम से साँस लेता है!
मगर हो जाता है जख्मी,धरम की ओट से पहले!!
बहुत नाराज है होता,ये दिल तो अब दिमागों से!
दिमागी गोट चल जाती ,दिलों की गोट से पहले!!
कहर है इस कदर , संवेदना के शब्द है गूगें!
वयां कर देती है आँखे, सभी कुछ होठ से पहले!!
रचना कार - श्री तनु थदानी जी,
सच बात। सुन्दर उद्गार।
जवाब देंहटाएंकहर है इस कदर , संवेदना के शब्द है गूगें!
जवाब देंहटाएंवयां कर देती है आँखे, सभी कुछ होठ से पहले!!
.................सुन्दर सन्देश देती रचना ..सार्थक पोस्ट
आज आपके ब्लॉग पर बहुत दिनों बाद आना हुआ अल्प कालीन व्यस्तता के चलते मैं चाह कर भी आपकी रचनाएँ नहीं पढ़ पाया. व्यस्तता अभी बनी हुई है लेकिन मात्रा कम हो गयी है...:-)
जवाब देंहटाएंहमारे देश में जीवन , धरम से साँस लेता है!
जवाब देंहटाएंमगर हो जाता है जख्मी,धरम की ओट से पहले!!
बहुत सुंदर.
.सुन्दर सन्देश......
जवाब देंहटाएंबढ़िया है आदरणीय धीर भाई
जवाब देंहटाएंसुन्दर !
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट वो दूल्हा....
latest post कालाबाश फल
सच्चे उदगार
जवाब देंहटाएंबहुत उत्तम ... सभी शेर अपनी बात प्रखरता से रख रहे हैं ... लाजवाब ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर |
जवाब देंहटाएंहमारे मुन्ने ने जो 'ब' से पढ़, बारूद बताया!
जवाब देंहटाएंमै गोया हो गया जख्मी, किसी भी चोट से पहले!!
सटीक पंक्तियाँ, सुन्दर रचना साझा करने का आभार !
sundar rachna ...
जवाब देंहटाएंSACH KO BAYAAN KARATI
जवाब देंहटाएंगहरी सम्वेदनायें वर्त्तमान हालात पर.. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति!!
जवाब देंहटाएंलाजवाब ..बहुत बढ़िया !
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्रखर रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सच को कहती प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंelection....in india is full with ... war..n conspiracy ....
जवाब देंहटाएंa good composition
धीरेन्द्र भाई खूबसूरत और आँखें खोल देने वाले भाव युक्त
जवाब देंहटाएंभ्रमर ५
वाह क्या बात! बहुत ख़ूब!
जवाब देंहटाएंइसी मोड़ से गुज़रा है फिर कोई नौजवाँ और कुछ नहीं
bahut badhiya baat ki aapne ..
जवाब देंहटाएंसटीक ग़ज़ल
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूबसूरत और सटीक प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंबढ़िया रचना पढ़वाने के लिए आभार आपका !
जवाब देंहटाएंहमारे मुन्ने ने जो 'ब' से पढ़, बारूद बताया!
जवाब देंहटाएंमै गोया हो गया जख्मी, किसी भी चोट से पहले!! yahi panktiyan kafi hai hamari vartman baroodi sanskriti ke dushparinam batane ke liye
बहुत ही गहरी बात और बहुत सुंदर प्रस्तुति .....!!
जवाब देंहटाएंआप सभी का दिल से आभारी हूं............
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