चुनाव आया
चुनाव आया आरोप प्रत्यारोप का दौर लाया
पिछले पाँच दस वर्षो में जनता ने क्या पाया,
पक्ष-विपक्ष एक दुसरे को इल्जाम लगाते है
अपने को स्वच्छ दुसरे को गलत ठहराते है,
इस भ्रम की स्थिति में मतदाता हो गया मौन
सही ये है गलत वो इसका फैसला करे कौन,
क्योकि सारे ही है चोर आपस में मौसेरे भाई
चुनाव आया तो आपस में करने लगे लड़ाई,
चुनाव में कोई एक उम्मीदवार जीत जाएगा
अंत में हारने वाला हमें ही दोषी ठहराएगा,
इस स्थिति से निपटने का किया जाय उपाय
क्यों न इस बार नोटा की बटन दबाई जाय,
सोच समझकर मतदाता जरूर करें मतदान
तभी तो होगा भारत के मानवता का कल्यान
सही है आप भी बहुत दिनों के बाद आये हैं आज :)
जवाब देंहटाएंबात बिलकुल सही है सोच समझ कर ही करना होगा मतदान
जवाब देंहटाएंसही बात उजागर की है।
जवाब देंहटाएंAachi jankaari di sir ji aapane computer and internet ki jankaari ke liye yaha bhi dhekhe www.hinditechtrick.blogspot.com next post dlink router
जवाब देंहटाएंSACH KO BAYAAN KARATI
जवाब देंहटाएंबढ़िया.......
जवाब देंहटाएंसार्थक पोस्ट....
हम तो डाल चुके वोट :-)
सादर
अनु
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएं--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज शनिवार (30-11-2013) को "सहमा-सहमा हर इक चेहरा" : चर्चामंच : चर्चा अंक : 1447 में "मयंक का कोना" पर भी होगी!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
मेरी रचना को स्थान देने के लिए शुक्रिया ! शास्त्री जी...
हटाएंबढ़िया और सार्थक पोस्ट |
जवाब देंहटाएंआशा
बिल्कुल सही हर एक वोट महत्वपूर्ण .......
जवाब देंहटाएंसुन्दर सन्देश देती रचना .. सार्थक सृजन..
जवाब देंहटाएंSachchi saamayik rachna!!
जवाब देंहटाएंवाकई . . .
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़ियाँ और सार्थक पोस्ट..
जवाब देंहटाएं:-)
नमस्कार भाई जी-
जवाब देंहटाएंबहुत दिनों बाद आपकी पोस्ट आई-
लगता है चुनाव में व्यस्त रहे हैं आप-
बधाई-
सटीक और जरूरी सन्देश ....
जवाब देंहटाएंआभार!
बहुत सुन्दर व्यंग्य |
जवाब देंहटाएंमंगलवार 03/12/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
जवाब देंहटाएंआप भी एक नज़र देखें
धन्यवाद .... आभार ....
मेरी रचना को स्थान देने के लिए शुक्रिया ,,,, विभा जी
हटाएंनोटा का बटन दबाने का अर्थ है, आप दंगो के रक्त से सनी राजनीति, व्यभिचारी वातावरण, भ्रष्ट व्यवस्था, घोटालों के दल दल में धंसे दलगत चुनाव प्रणाली, सापिंग माल जैसे न्यायालयों आदि आदि से तो सहमत हैं केवल प्रत्याशी से असहमत हैं.....
जवाब देंहटाएंसोच समझकर मतदाता जरूर करें मतदान
जवाब देंहटाएंतभी तो होगा भारत के मानवता का कल्यान ....
खूबसूरत रचना के साथ एक खूबसूरत सलाह ,की सीएच समझकर मतदान करें।
सोच समझकर मतदाता जरूर करें मतदान
जवाब देंहटाएंतभी तो होगा भारत के मानवता का कल्यान....सही आह़वान
इस भ्रम की स्थिति में मतदाता हो गया मौन
जवाब देंहटाएंसही ये है गलत वो इसका फैसला करे कौन.....sahi kaha aapne
सर फुटौवल गाली गलोंच का दौर आया ,
जवाब देंहटाएंलो फिर चुनाव आया।
किसी के राक्षिसीकरण ,किसी की बेहूदा पूजा का दौर आया ,
लो फिर चुनाव आया।
सेकुलर मेंढक नाली में से टर्राया ,
लो फिर चुनाव आया।
. एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :
http://dheerendra11.blogspot.in/
चुनाव आया
चुनाव आया आरोप प्रत्यारोप का दौर लाया
पिछले पाँच दस वर्षो में जनता ने क्या पाया,
सर फुटौवल गाली गलोंच का दौर आया ,
जवाब देंहटाएंलो फिर चुनाव आया।
किसी के राक्षिसीकरण ,किसी की बेहूदा पूजा का दौर आया ,
लो फिर चुनाव आया।
चैनलों पर हाथ -पैर तोड़ मुकाबला छाया ,
सेकुलर मेंढक नाली में से टर्राया ,
लो फिर चुनाव आया।
. एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :
http://dheerendra11.blogspot.in/
चुनाव आया
चुनाव आया आरोप प्रत्यारोप का दौर लाया
पिछले पाँच दस वर्षो में जनता ने क्या पाया,
बहुत सटीक प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंबहुत सही और सटीक....
जवाब देंहटाएंअंत में हारने वाला हमें ही दोषी ठहराएगा,
जवाब देंहटाएंसटीक
समसामयिक और मुद्दों पर चोट करती सुन्दर रचना !
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट वो दूल्हा....
चुनाव के समय सर्वथा नया भारत देखने को मिलता है।
जवाब देंहटाएंसामयिक रचना
जवाब देंहटाएंSatik....Badhiya
जवाब देंहटाएंसुंदर संदेश ...
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सामयिक और सार्थक भाव लिए ... लाजवाब ...
जवाब देंहटाएंsarthak rachana .
जवाब देंहटाएंचुनाव में भाग लेना हर भारतीय का कर्त्तव्य है...हरेक को वोट तो देना ही चाहिए पर सोच समझ कर...
जवाब देंहटाएंचुनाव आया आरोप प्रत्यारोप का दौर लाया
जवाब देंहटाएंपिछले पाँच दस वर्षो में जनता ने क्या पाया,
सोच समझकर मतदाता जरूर करें मतदान
तभी तो होगा भारत के मानवता का कल्यान
सामयिक विमर्श की सुन्दर रचना.....
सामयिक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसामयिक रचना।
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही बात कही है आपने
जवाब देंहटाएंनयी पोस्ट
आज फिर खयाल आया।
http://iwillrocknow.blogspot.in/2013/12/blog-post_5.html
चुनाव के समय हमारी जरा सी गलती भारी पड़ जायेगी ,बिलकुल ध्यान देना ही पड़ेगा आदरनीय धीरेद्रजी काबिले तारीफ रचना ,,,सादर
जवाब देंहटाएंसही जानकारी
जवाब देंहटाएंसत्य है हमें सोच समझ कर ही मत दान करना होगा