गर्मी की छुट्टी जब आये,
गर्मी की छुट्टी जब आये , सब बच्चों का मन हर्षाये!
बस्ते कुछ दिन दूर रहेगें,
नाचेगें ,और खेलेगें कूदेगें!
पिकनिक का प्रोग्राम बनायें,
गर्मी की छुट्टी जब आये , सब बच्चों का मन हर्षाये
रात और दिन,टी.वी देखेगें
जब मन हो तब,सुबह उठेगें!
अब पापा भी ,बीच न आयें,
गर्मी की छुट्टी जब आये , सब बच्चों का मन हर्षाये!
अब पापा भी ,बीच न आयें,
गर्मी की छुट्टी जब आये , सब बच्चों का मन हर्षाये!
नन्हे और कोमल हाथो से,
प्यारी सी , भोली बातों से!
पर सेवा का ,अलख जगायें,
गर्मी की छुट्टी जब आये , सब बच्चों का मन हर्षाये!
dheerendra singh bhadauriya
गर्मी की छुट्टी जब आये........ बहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज मंगलवार (23-04-2013) के मंगलवारीय चर्चा --(1223)"धरा दिवस" (मयंक का कोना) पर भी होगी!
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ!
सूचनार्थ...सादर!
सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंप्यारी रचना ...
जवाब देंहटाएंवाह !
जवाब देंहटाएंयही तो समय होता है ...जो अधिकार पूर्वक उनका होता है ...फिर बच्चे क्यों न मौज मनाएं....!!!
जवाब देंहटाएंप्यारी और सुन्दर रचना !!
जवाब देंहटाएंमस्ती ही मस्ती .....
जवाब देंहटाएंमुझे भी बहुत इंतजार रहता था गर्मी की छुट्टियों का
जवाब देंहटाएंखूबसूरत अभिव्यक्ति
सादर ......
बहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल रचना
जवाब देंहटाएंlatest post बे-शरम दरिंदें !
latest post सजा कैसा हो ?
बहुत सुन्दर..मस्ती ही मस्ती .....
जवाब देंहटाएंwaaah waaah bhot khub
जवाब देंहटाएंnice , garmi ki chutti ka intjar to sabko rahta hai.
जवाब देंहटाएंगर्मी की छुट्टियां वाह .... बहुत ही बढिया ।
जवाब देंहटाएंwah. Beautiful. Childhood is golden period of life.
जवाब देंहटाएंइन छुट्टियों का अपना ही मज़ा होता है ...
जवाब देंहटाएंलाजवाब रचना है बचपन की याद दिला डी ...
बच्चे तो खुश हो जाते हैं , लेकिन पेरेंट्स की शामत आ जाती है। :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना।
खूबसूरत और मासूम बाल रचना......
जवाब देंहटाएंबच्चों के शाम को खेलने कूदने का शोर सुन एक अनजानी सी
ख़ुशी मन को छू जाती है,शुक्र है ट्यूशन से कुछ समय के लिए
ही सही छुटकारा तो मिला!!
और अपने बचपन से रूबरू होने का मोका तो मिला!!!!
bahut hi sundar rachna.
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्यारी और सुंदर सी रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
गर्मी की छुट्टी जब आये........ सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंWah bahut sundar
जवाब देंहटाएंनन्हे और कोमल हाथो से,
जवाब देंहटाएंप्यारी सी , भोली बातों से!
पर सेवा का ,अलख जगायें-----
गर्मी की छुट्टी जब आयें-----
बच्चों के कोमल मन की कोमल रचना
सुंदर सीख देती हुई
बधाई
waah.. great..
जवाब देंहटाएंmujhe bhi chutti chahiye....
मजेदार .....
जवाब देंहटाएंमिल आनन्द करें सब बच्चे,
जवाब देंहटाएंगर्मी की छुट्टी आयी है।
नन्हे और कोमल हाथो से,
जवाब देंहटाएंप्यारी सी , भोली बातों से!
पर सेवा का ,अलख जगायें,
बहुत खुबसूरत बच्चों की भावनाओं का चित्रण ......
bahut khoob
जवाब देंहटाएंbachpan ke din yaad dila diye aapane to
bahut hi badhia....
meri is website ko bhi dekhiyega
http://www.theunpredictablegame.org/
बहुत सुन्दर रचना ...
जवाब देंहटाएंगर्मी की छुट्टी जब आए
बचपन खूब याद आए
क्यों ना बच्चों के साथ
हम भी बच्चे बन जायें
अतिसुंदर रचना
जवाब देंहटाएंसुंदर बाल रचना, बधाई। मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है..........
जवाब देंहटाएंगर्मी की छुट्टी जब आये........ बहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंखूबसूरत बाल रचना .....बचपन की याद ताज़ा हो गई
जवाब देंहटाएंसुंदर बालगीत...
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारा बाल गीत....
जवाब देंहटाएंइंतजार रहता था गर्मी की छुट्टियों का सुंदर बाल रचना
जवाब देंहटाएंबस करीब गर्मियों की छुटियाँ ....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल रचना.
सुंदर कविता .... इन छुट्टियों का बच्चों को हमेशा इंतज़ार रहता है
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया जी , मुझे भी गर्मी की छुट्टियाँ याद आ गयी ........
जवाब देंहटाएंकविता हम को याद दिलाये
जवाब देंहटाएंअपनी छुट्टी के दिन सारे ।
सुंदर बाल कविता ।
सुंदर बाल कविता ।
जवाब देंहटाएंसुंदर बाल कविता सर | बहुत बढियां |
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंबचपन के दिन थे गर्मी की छुटी सब दोस्त मिलकर सुलझए एक गुँथी चिड़ियों को पानी पिलाना है सभी को अपने घर से कुछ लेके आना है कोई अपने घर से डिब्बा ले आये कोई चवाल अपनी जेब में भर लवे सब कुछ न कुछ लेके आवे सब अपने अपने लाये सामान को ज़मीन पर फलवे फिर चिड़ियों के इंतजार में पूरा दिन बितावे अगर कोई चिड़ियों इक दाना भी खावे मन को बड़ा आनंद आये
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