होती अच्छी आय,
कृषि से बढ़िया जगत में , नहिं कोई व्यवसाय !
नहीं किसी की चाकरी , होती अच्छी आय !!
होती अच्छी आय, सीख वैज्ञानिक नुस्खा !
लग जाऐ इक बार , नही फिर छूटे चस्का !!
जग में जाड़ा घाम , कृषक सहे सन्त ऋषि से !
नहिं कोई व्यवसाय , जगत में बढ़िया कृषि से !!
नहीं किसी की चाकरी , होती अच्छी आय !!
होती अच्छी आय, सीख वैज्ञानिक नुस्खा !
लग जाऐ इक बार , नही फिर छूटे चस्का !!
जग में जाड़ा घाम , कृषक सहे सन्त ऋषि से !
नहिं कोई व्यवसाय , जगत में बढ़िया कृषि से !!
"," धीरेन्द्र सिंह भदौरिया "
कलेक्टर अनुपपुर द्वारा 26 जनवरी 2013 को
(ब्लाक) स्तरीय,सर्वोत्तम कृषक का पुरस्कार (धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ) लेते हुये,
पुरस्कार स्वरूप राशि. 10.000 दस हजार रूपये,
ज्वाइंट डायरेक्टर शहडोल द्वारा 15 मार्च 2013 को
जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक का पुरस्कार ( धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ) लेते हुये,
कृषि वैज्ञानिक श्री मृगेन्द्र सिंह द्वारा श्रीफल शाल से सम्मानित करते हुये,
पुरस्कार स्वरूप राशि. 25.000, पच्चीस हजार रुपये,
आप सभी लोगों का समय समय
पर मुझे सलाह और मार्ग- दर्शन देने के लिए
बहुत बहुत आभार,,,,
श्री आशीष पाण्डेय जी,(
परियोजना संचालक आत्मा ) अनूपपुर,
श्री आर.यल.जामरे जी ,(उपसंचालक कृषि) अनूपपुर,
श्री डा० मृगेन्द्र सिंह जी,( कृषि वैज्ञानिक ) शहडोल,
श्री मती निशा सिन्हा जी,(उप परियोजना
संचालक आत्मा )
श्री रमेश चन्द्र पुनासिया जी,( उप परियोजना संचालक आत्मा )
श्री जी.आर.मावई जी,(वरिष्ठ उद्धान विकास अधिकारी ) अनुपपुर
श्री जी.आर.मावई जी,(वरिष्ठ उद्धान विकास अधिकारी ) अनुपपुर
श्री डा० योगेश
चन्द्र दीक्षित जी, ( वैटनरी जैतहरी )
श्री कल्याण सिंह जी ( नोडल
अधिकारी आत्मा ) अनूपपुर,,,,
श्री एम.पी.चौधरी जी (वरिष्ट कृषि विकास अधिकारी) जैतहरी
श्री जी.पी.चतुर्वेदी जी (ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी) जैतहरी
===========================================
बीबी बैठी मायके , होरी नही सुहाय
साजन मोरे है नही,रंग न मोको भाय..
.
उपरोक्त शीर्षक पर ,आप सभी लोगो की रचनाए आमंत्रित है,
जानकारी हेतु ये लिंक देखे... होरी नही सुहाय
श्री एम.पी.चौधरी जी (वरिष्ट कृषि विकास अधिकारी) जैतहरी
श्री जी.पी.चतुर्वेदी जी (ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी) जैतहरी
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बीबी बैठी मायके , होरी नही सुहाय
साजन मोरे है नही,रंग न मोको भाय..
.
उपरोक्त शीर्षक पर ,आप सभी लोगो की रचनाए आमंत्रित है,
जानकारी हेतु ये लिंक देखे... होरी नही सुहाय
नहिं कोई व्यवसाय , जगत में बढ़िया कृषि से !!
जवाब देंहटाएंआपको हार्दिक बधाई , शुभकामनायें
hardik badhai dheerendra ji bahut satik kundaliyaan bhi hai badhai dono ke liye
हटाएंकृषक तो दुनिया का पेट भरता है...वह तो श्रेष्ठ हुआ ही...
जवाब देंहटाएंआप को इस पुरस्कार हेतु ढेरों बधाईयाँ.
शुभप्रभात :)
जवाब देंहटाएंबहुत - बहुत बधाई !!
सादर !!
मनसे किया गया कोई भी कार्य सफलता अवश्य दिलाता है. बहुत बधाईयाँ. कृषि तो सर्वश्रेष्ठ है ही लेकिन जमीन होनी चाहिये.
जवाब देंहटाएंबहुत - बहुत बधाई ...
जवाब देंहटाएंवाह ! बहुत ख़ुशी हुई आपको कृषि कार्यों के लिए पुरस्कार लेते देख कर |
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएँ
बधाई
जवाब देंहटाएं"उतम खेती ,माध्यम बान(व्यवसाय ) चाकरी (नौकरी) कुकुर निदान " कि कहावत भारत में सदियों से चली आ रही है लेकिन आज यह बदल रही है और नौकरी को सबसे निम्न और खेती को सबसे उतम माना जाता था जो आज उल्टा हो रहा है !!
जवाब देंहटाएंबधाई हो !!
कृपया मेरी टिपण्णी में "माध्यम" कि जगह "मध्यम" पढ़ा जाए !!
हटाएंअति उत्तम आदरणीय हार्दिक बधाई व शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंhardik badhayee sir ji "uttam kheti,madhyam ban nisidh chakri bhikh nidan>>>
जवाब देंहटाएंआदिकाल से कृषि प्रथम और सर्वश्रेष्ट व्यवसाय रहा है ,बाकी व्यवसाय तो बाद में आया है .आपको बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुभकामनाएँ ....
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंमुबारक हो की आज ये पता चला की आप एक अच्छे ब्लोगर के साथ एक अच्छे किसान भी हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई आप को..आज ही पता चला आप अच्छे लेखक के साथ अच्छे किसान भी हैं
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत मुबारक
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें आदरणीय-
जवाब देंहटाएंब्लॉगिंग के साथ-साथ देश के विकास में भी आपका योगदान है :)
जवाब देंहटाएंसम्मान के लिए हार्दिक बधाई।
वाह !!!! बहुत-बहुत बधाइयाँ.....
जवाब देंहटाएंएक ही हाथ से हल और कलम को साधना, किसी साधना से कम नहीं है.
खेती किसानी पे बढ़िया पोस्ट बढ़िया उपलब्धि किसानी में .बधाई सामान से नवाजे जाने पर हम भी गौरवान्वित हुए आपके संग .पुनश्चय बधाई .
जवाब देंहटाएंवाह जी वाह ... बहुत बहुत बधाई ...
जवाब देंहटाएंकृषक तो देश का गौरव है .. वो नहीं तो भोजन नहीं ...
आप तप कलम ओर धरती दोनों की साधना कर रहे हैं ...
बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंइस पुरस्कार हेतु ढेरों बधाईयाँ....!
जवाब देंहटाएंबहुत - बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंमेरी और से हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई |
जवाब देंहटाएंआशा
आपको शतशत बधाईयाँ, कृषि और कृषक को मान दिलाया है आपने।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई..होली की अग्रिम शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएं और बधाई
जवाब देंहटाएंhardik badhai sweekaren sir ....
जवाब देंहटाएंवाह वाह sir बहुत बहुत बधाई आपको
जवाब देंहटाएंवाकई किसी कि चाकरी करने कि जरुरत नहीं कृषक को
किसान तो अन्नदाता है बाकि सबका
बहुत सुंदर .बेह्तरीन अभिव्यक्ति.शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंजिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक का पुरस्कार प्राप्त करने पर आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ...
जवाब देंहटाएंबहुत- बहुत बधाई सहित अनंत शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंकृषि से बढ़िया जगत में , नहिं कोई व्यवसाय !
जवाब देंहटाएंसम्मान करे सभी जन और अन्नदाता कहलाए!!
आपको हार्दिक बधाई , शुभकामनायें
सुज्ञ: तनाव मुक्ति के उपाय
बधाई और शुभकामनाएं,महोदय,
जवाब देंहटाएंकृषि के साथ लेखन सुखद जानकारी......
साभार........
hardik badhayee aur krishi ke prati prerna kodedipyman karti prastuti
जवाब देंहटाएंबधाई हो भदौरिया जी!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुभकामनायें....
जवाब देंहटाएंसर्वोत्तम कृषक का पुरस्कार प्राप्त करने पर आपको हार्दिक बधाईयां, यदि कृषक ना हो तो भूखों मरने की नौबत आ जाय, कृषक तो माता समान है जो स्वयं मेहनत करके दूसरों का पेट पालता है, बहुत शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
पुरस्कार प्राप्ति पर हार्दिक बधाई...शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंपुरस्कार के लिए बहुत बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंपुरस्कार के लिए हार्दिक बधाई। कृषि वास्तव में बेहतरीन व्यवसाय है। कृषि में आपके प्रयास अन्य जन का भी मार्गदर्शन करें।
जवाब देंहटाएंवाह.....
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई.....
आपके खेत देखने की तमन्ना हो चली...
सादर
अनु
बहुत-बहुत बधाई .....इस बार खेतों पे आ कर दाल के पके आम खाने की इच्छा अचानक ही बलवती हो उठी है :)
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई- आपने जो किया वह बहुतों के लिए अनुकरणीय है. कागज़ पर अक्षरों के अंकन के साथ आपने धरती पर भी हल के फल से(प्रतीकात्मक-चाहे ट्रेक्टर का ही हो)अपना लेख लिख दिया !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई ...सहमत हूँ आपके इस विचार से कि ...
जवाब देंहटाएंजग में जाड़ा घाम , कृषक सहे सन्त ऋषि से !
नहिं कोई व्यवसाय , जगत में बढ़िया कृषि से !!
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ...!!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लगा जान कर ...!!
bahut bahut shubhkaamnayein dheerendra ji ..aur rachna bhi ati uttam lagi aapki :-)
जवाब देंहटाएंमेरी नई कविता पर आपकी उपस्थिति चाहती हूँ Os ki boond: सिलवटें ....
बहुत -बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएँ ...
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद धीरेन्द्र जी ...
जवाब देंहटाएंआपको बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंआग्रह है मेरे ब्लॉग मैं भी सम्मलित हो
jyoti-khare.blogspot.in
आभार आपका
यह विशेषता तो पता ही नहीं थी ...
जवाब देंहटाएंबधाई भाई !
बहुत बहुत बधाई...।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई...।
जवाब देंहटाएंwaah bahut bahut badhai....
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंयह तो बहुत खुशी का समाचार है। मेरी बधाई स्वीकार करें...
जवाब देंहटाएं