फिर मिलने का...
फिर मिलने का....बाद मुद्दत के मिले हो
चलो कुछ दूर चले
खामोश रहे और बात करे
एहसासात को जिए
लम्हों को थामें
आँसू की बूँदें
आँखों में बांधें
कुछ पल ठहरें
दरख्तों के नीचे
चुपचाप निहारें
दर्द सवारें
फिर बारिश में भीगें
होठों से कोई
शिकवा शिकायत न करे
रुसवाई की भी
कोई चर्चा न करें
आओ फिर मिलने का
वायदा करें,...
dheerendra bhadauriya,,,
चुपचाप निहारें
जवाब देंहटाएंदर्द सवारें
फिर बारिश में भीगें
...........बहुत सुंदर पंक्तियाँ...यही तो प्यार है
क्या बात है सर
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
आओ फिर मिलने का
जवाब देंहटाएंवायदा करें
...... अच्छी रचना...अंतिम पंक्तियाँ तो बहुत ही अच्छी लगीं !!!
अजब गजब अंदाज है, बात करें चुपचाप ।
जवाब देंहटाएंइक जगह पर हों खड़े, खुद की सुन पदचाप ।
खुद की सुन पदचाप, गजब दीवानापन है ।
बारिश में ले भीग, प्रेम रस का आसन है ।
फिर मिलने की बात, आज मत करना भाई ।
सही जाय न आज, कहीं से यह रुसवाई ।।
सुंदर प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुती
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर,प्यारी
जवाब देंहटाएंमनभावन रचना...
:-)
जवाब देंहटाएंफिर मिलने का....
बाद मुद्दत के मिले हो
चलो कुछ दूर चले(चलें )
खामोश रहे(रहें ) और बात करे(करें )
एहसासात को जिए(जिएँ )
लम्हों को थामें
आँसू की बूँदें
आँखों में बांधें
कुछ पल ठहरें
दरख्तों के नीचे
चुपचाप निहारें
दर्द सवारें
फिर बारिश में भीगें
होठों से कोई
शिकवा शिकायत न करे(करें )
रुसवाई की भी
कोई चर्चा न करें
आओ फिर मिलने का
वायदा करें,...
ये मौसम है प्यार का ,
यूं वक्त जाया न करें ,
बाद मुद्दत के मिलें हैं ,
इसका क्या शिकवा करें ,
कब मिलेंगे फिर से ,
आओ मिल दुआ करें .
बढिया प्रस्तुति है .....
बाद मुद्दत के मिले और इस तरह देखा इधर ,
जिस तरह एक अजनबी पर अजनबी डाले नजर .
रूठ कर जाते जिधर !
प्यार के मौसम सभी आते उधर
बिछड़ने का समय काटना आसान हो जाता है।
जवाब देंहटाएंwaah komal ahsas piyar ka ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्यार भरी रचना...
जवाब देंहटाएंवादा तो वादा है ... न टूटे तो बढियां sundar prastuti
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर और कोमल भावनाओं की प्रस्तुति है | सच कहूं तो ये बातें दिल की हैं और आपने दिल गोपनीयता भंग कर दी sir|
जवाब देंहटाएंआओ फिर मिलने का वादा करें.....
जवाब देंहटाएंऔर निभाएं वादा ,फिर से मिल कर.....
बहुत सुन्दर..
सादर
अनु
अप्रतिम !
जवाब देंहटाएंकविता को जीवंत बनती कविता!
शानदार रचना !!
जवाब देंहटाएंkhamoshi bhi bahut shor karti hai.
जवाब देंहटाएंकोमल भावनाओं की खुबसूरत प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूबसूरत रचना...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब...
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर लिखा है धीरेंदर जी .... मिलने का वादा पर शिकवे शिकायतों के बिना.
जवाब देंहटाएंhttp://thehinduvoice.blogspot.in/
जवाब देंहटाएंVery nice rachna.jazbat or ahsas ka kya khub naksha hai.
जवाब देंहटाएंअच्छी कविता है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर जज्बातों की सजाई लडियां ...वाह
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंसादर
हृदयस्पर्शी उत्कृष्ट
जवाब देंहटाएं--- शायद आपको पसंद आये ---
1. अपने ब्लॉग पर फोटो स्लाइडर लगायें
आओ !आओ न ,एक बार फिर उस व्यतीत को जी लें ,होंठ मिलें मुख से कुछ न बोलें,फिर मिलें ,न मिलें ?एक बार फिर उस एहसास को जी लें .
जवाब देंहटाएंकानों में होने वाले रोग संक्रमण का समाधान भी है काइरोप्रेक्टिक में
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
बहुत सुंदर....
जवाब देंहटाएंकमाल है!!
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंलम्हों को थामें
आँसू की बूँदें
आँखों में बांधें
कुछ पल ठहरें
दरख्तों के नीचे
चुपचाप निहारें
दर्द सवारें
फिर बारिश में भीगें...भाव भीनी.!!!
वाह !!!!! रेशमी एहसास, मखमली चाहतें और शबनमी मनुहार.........
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना..
जवाब देंहटाएंदिल से जो भी मांगोगे वह ही मिलेगा, ये गणेश जी का दरबार है,
देवों के देव वक्रतुंडा महाकाया को अपने हर भक्त से प्यार है..
बोलो गणेश भगवान की जय ..
मेरी ओर से आपको एवं आपके परिवार के सदस्यों को श्री गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर सब को शुभ कामनाएं और प्रार्थना करता हूँ कि गणपति सब के मनोरथ सिद्ध करें एवं सबको बुद्धि, विद्या ओर बल प्रदान कर आप की चिंताएं दूर करें.....आप सबका सवाई सिंह आगरा
आप सभी को गणेश चतुर्थी की शुभ कामनाएं..सुगना फाउण्डेशन मेघलासियां
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंवादों के साथ ये मिलन भी होता रहे तो ऐसे वादे रोज हों ...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब लिखा है ..
वाह सर बहुत खूब बेहतरीन रचना
जवाब देंहटाएंवाह ! जो बात खामोश रहकर की जाये व्ही असर करती है..
जवाब देंहटाएंभावमय करती बहुत ही सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति....
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण...
जवाब देंहटाएंहोठों से कोई
जवाब देंहटाएंशिकवा शिकायत न करे
रुसवाई की भी
कोई चर्चा न करें
बहुत खूब...भावपूर्ण रचना !!
bahut sunder aur utane hi sunder bhav-bhari rachanaa
जवाब देंहटाएंबाद मुद्दत के मिले हो
जवाब देंहटाएंचलो कुछ दूर चले......lazabab.
बहुत बढिया
जवाब देंहटाएंfir milne ko ek baar juda ho jaein...acchi prastuti
जवाब देंहटाएंसुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंBehatariin abhivyakti
जवाब देंहटाएंहोठों से कोई
जवाब देंहटाएंशिकवा शिकायत न करे
रुसवाई की भी
कोई चर्चा न करें
आओ फिर मिलने का
वायदा करें,...
speech less very nice
भावनाओं की खुबसूरत प्रस्तुति..,...!!!
जवाब देंहटाएंवाह, बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंaaou yahi vada kare
जवाब देंहटाएंsunder panktiyan
badhai
rachana
सुंदर अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्यार भरी रचना..
जवाब देंहटाएं