26 जनवरी आया है.
नया वर्ष महंगाई लेकर, भ्रष्टाचार को लाया है
लोकपाल क़ानून बिना ही,26 जनवरी आया है
मन ही मन खुशी हो रहे, क़ानून नही ये बन पाया
मिटी देश की खुशियाँ सारी,सबका मन है मुरझाया
खुशहाली हो सारे देश में, शांति व्यवस्था पाने को
लागू कर क़ानून देश में, न्याय व्यवस्था लाने को
बिखर गए सारे सपने , आंबेडकर नेहरू गांघी के
बुत बनकर है देख रहे,लुटते अपने आशियाने को
एक समय अंग्रेजों ने, जी भरकर भारत को लुटा
उनकी फितरत ले नेता, मचा रहे है लूट खसोटा
लोकपाल बन गया होता, दिखता आज नजारा और
अंदर सारे नेता होते भ्रष्टाचारियों को मिलती न ठौर
रोजमर्रा की चीजों के, देखो कितने भाव बढ़ रहे
भूखे गरीब पड़े बेचारे, मजबूरी में प्राण तज रहे
माध्यमवर्ग निराश खड़ा, उसको है इज्जत के लाले
वह ही है आधार देश का, जिसने औरो के तन पाले
जो है दाता यहाँ अन्न का,बैठा देखो आज रो रहा
सबकी भूख मिटाने वाला, कैसे अपनी जान दे रहा
कब तक भुगते देश, इन नेताओं के कारनामों को
जनता मौक़ा देख रही है,अबकी सबक सिखाने को
लोकसभा में पास हो गया,राज्यसभा ने लटकाया है
जन लोकपाल क़ानून बिना ही,26 जनवरी आया है
--DHEERENDRA --
बुत बनकर हैं देख रहे, लुटते अपने आशियाने को ।
जवाब देंहटाएंआम आदमी के अंदर के आक्रोश को व्यक्त करती बहुत ही शानदार रचना । पिछले साल हम जहाँथे वहीं हैं । बल्कि और भी पीछे हो गए हैं ।
बहुत सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएं--
गणतन्त्र दिवस की पूर्व वेला पर हार्दिक शुभकामनाएंँ!
सबको शुभकामनायें, देश प्रगति करे।
जवाब देंहटाएंसुंदर कविता
जवाब देंहटाएंगणतन्त्र दिवस की शुभकामनाएं
जो है दाता यहाँ अन्न का,बैठा देखो आज रो रहा
जवाब देंहटाएंसबकी भूख मिटाने वाला, कैसे अपनी जान दे रहा
कब तक भुगते देश, इन नेताओं के कारनामों को
जनता मौक़ा देख रही है,अबकी सबक सिखाने को
पूरा देश इसी उम्मीद में बैठा है आपकी रचना ,
उस उम्मीद में जोश भर देगी.................. !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
बहुत अच्छी प्रस्तुति।अंग्रेजों से बदतर स्थिति कर दी है आजके नेताओं ने।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति,गणतन्त्र दिवस की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंगणतन्त्र दिवस और आज के मतदाता दिवस की मांगल्कांनाए।
जवाब देंहटाएंकृपया अन्ना के जन-लोकपाल जो कारपोरेट लुटेरों का कवच है का महिमा मंडन न करें तो आम जनता का भला होगा। नेताओं पर हमला करने की आदत भी चोरों,लुटेरों को बचाने की प्रवृति है,ब्यूरोक्रेसी की घोर चा ल है-ये इसे भी समझने की कृपा करें।
बहुत ही बढ़िया सर!
जवाब देंहटाएंगणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ।
सादर
बढ़िया कविता..
जवाब देंहटाएं२६ जनवरी की शुभकामनायें ..
जवाब देंहटाएंkalamdaan.blogspot.com
२६ जनवरी की शुभकामनयें .....बढिया अभी व्यक्ति
जवाब देंहटाएंलोकतंत्र की सच्ची तस्वीर!!
जवाब देंहटाएंआपके इस उत्कृष्ठ लेखन का आभार ...
जवाब देंहटाएं।। गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं ।।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंsundar rachna ..........
desh ki vywastha par bahut achchha prahaar kiya hai. gantantra diwas ki shubhkaamnaayen.
जवाब देंहटाएंbahut umda,behtreen kavita.har shabd sachchaai ka bayaan kar raha hai.
जवाब देंहटाएंये आना-जाना यूँ ही रहेगा,
जवाब देंहटाएंगंगा में पानी और बहेगा !
सुंदर प्रस्तुति आपको भी गणतन्त्र दिवस की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंआक्रोश के भाव ... गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंबढिया रचना।
जवाब देंहटाएंगजब का व्यंग्य।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं....
जय हिंद...वंदे मातरम्।
गणतन्त्र दिवस की शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंसटीक पंक्तियाँ ....सभी देशवासियों को शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंलोकसभा में पास हो गया,राज्यसभा ने लटकाया है
जवाब देंहटाएंजन लोकपाल क़ानून बिना ही,26 जनवरी आया है
सुन्दर सटीक व्यंगात्मक प्रस्तुति.
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.
काश! हर कोई देश के लिए सोचे और काम करे.
सत्यता को उजागर करती सुंदर और बेहतरीन प्रस्तुती है
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस कि शुभकामनाये
सत्य!!!
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं!
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामना !
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ...
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति...... गणतन्त्र दिवस की शुभकामनायें......
जवाब देंहटाएंजैसे आया है चला भी जायेगा..कहाँ कुछ बदल जायेगा.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति..गणतन्त्र दिवस की शुभकामनायें..
जैसा चल रहा है वैसा ही चलता रहेगा..बहुत सटीक और सुन्दर प्रस्तुति...गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंसच्चाई बड़ी कड़वी होती है.
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस हम सभी भारतवासियों को मुबारक हो.
इलाही वो भी दिन होगा जब अपना राज देखेंगे
जब अपनी ही जमीं होगी और अपना आसमां होगा.
jan jan kee bhavnaaon ko shashakt rooap se vyakt karti shandaar rachna...sadar badhayee aaur apne blog per amantran ke sath
जवाब देंहटाएंजन-जन के विचार को आपने सुगढ़ गीत में ढाल दिया...वाह!
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंगणतन्त्र दिवस की शुभकामनायें.
Bahut sahi farmaya aapane netaaon ne adgrezon ko bhi jaise peeche chhodane ki soch li hai bhrashtaachaar, loot-khasoT har baat me. Sabhi paartiyon aur netaaon ka yahi haal hai koi nahi chahtaa ki Lok Pal Bill pass ho! Ham vyathit hote rarenge aur neta mauz karte rahenge.
जवाब देंहटाएंsunder prasturi
बहुत सही लिखा है |सुन्दर रचना |
जवाब देंहटाएंआशा
लोकसभा में पास हो गया,राज्यसभा ने लटकाया है
जवाब देंहटाएंजन लोकपाल क़ानून बिना ही,26 जनवरी आया है
जन भावना की अभिव्यक्ति करती रचना .बधाई .
Sunder rachna
जवाब देंहटाएंSarthak dohe.
Aabhaar . . . . !!
सुंदर मन भावन रचना, बधाई....
जवाब देंहटाएंसुंदर मन भावन रचना, बधाई....
जवाब देंहटाएंबहुत सही ||
हटाएंबधाई ||
वास्तविकता का सही परिचय कराया है आपने...२६ जनवरी विषयक मेरे भी विचार..मेरे ब्लॉग पर प्रस्तुत है!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिखा है .
जवाब देंहटाएंलेकिन जनता को भी अब आदत सी पड़ गई है .
लोकसभा में पास हो गया,राज्यसभा ने लटकाया है
जवाब देंहटाएंजन लोकपाल क़ानून बिना ही,26 जनवरी आया है
सुंदर सार्थक रचना!
ऐसे अवसरों पर नेताओं का बड़बोलापन असलियत का भान करा कर मन को और तीखेपन से भर देता है .
जवाब देंहटाएंबढ़िया,व्यंग्यात्मक रचना.
जवाब देंहटाएंआप का आभार जो आप ने गौ वंश रक्षा मंच पर अपनी अमूल्य टिप्पणी दी ,लेकिन सिर्फ टिप्पणी ही नहीं ,आप इस गम्भीर विषय पर अपने विचार और सुझाव के साथ अपनी कोई रचना/लेख भी इस विषय पर दें,जो सादर इस मंच पर रखी जाये , आप की रचना की प्रतीक्षा रहेगी,अपनी रचनाये कृपया यहाँ भेजे = raadheji@gmail.com
जवाब देंहटाएंबसंत पंचमी और माँ सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ । मेरे ब्लॉग "मेरी कविता" पर माँ शारदे को समर्पित 100वीं पोस्ट जरुर देखें ।
जवाब देंहटाएं"हे ज्ञान की देवी शारदे"
Afsos hota hai desh ke halaat dekh ke....shayad ham sabhee kee nishkriyta zimmedaar hai in halaat ke liye!
हटाएंbhavoon ko bahut hi achhe se abhivyakt kiya hua hai.
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen
our president...said that we should not shake....the tree of democrcy..so that it becomes uprooted
हटाएंबसन्त पञ्चमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंEK BLOG SABKA
आशा है , आपको हमारा प्रयास पसन्द आएगा!
आज के भारत की असली तस्वीर दिखाती अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंप्रभावी दोहे ..बहुत बढिया
हटाएंAtyant bhavpoorna rachna
जवाब देंहटाएंसार्थक ...सुंदर अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंप्रिय धीरेन्द्र जी बहुत सुन्दर और सटीक ..दोहों ने सब हालात दिखाए
जवाब देंहटाएंभ्रमर ५
कुछ अनुभूतियाँ इतनी गहन होती है कि उनके लिए शब्द कम ही होते हैं !
जवाब देंहटाएंबसंत पचंमी की शुभकामनाएँ।
बहोत अच्छे ।
जवाब देंहटाएंनया ब्लॉग
http://hindidunia.wordpress.com/
yahi hai aaj ka bharat sahi chitran
जवाब देंहटाएंaapko bhi badhai
rachana
प्रभावशाली अभिव्यक्ति के लिए आपका आभार।
जवाब देंहटाएंआपको गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं।
thanks for making
जवाब देंहटाएंvery important contain thank
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