तड़प
बिखरते ख़्वाबों को देखा
सिसकते जज्बातों को देखा
रूठती हुई खुशियाँ देखी,
बंद पलकों से , टूटते अरमानो को देखा...
अपनों का बेगानापन देखा
परायों का अपनापन देखा
रिश्तों की उलझने देखी,
रुकती साँसों ने, जिन्दगी को मुस्कराते देखा...
तड़प को भी तडपते देखा
नफरत को प्यार में बदलते देखा
आंसुओं में खुशियाँ देखी,
रिश्तों में , कितनो को मिलते बिछड़ते देखा...
नाकामियों का मंजर देखा
डूबती उम्मीदों का समन्दर देखा
वजूद की जद्दोजहद देखी,
जिन्दगी ने, हजारों ख्वाहिशों को मरते देखा...
नाकामियों का मंजर देखा
जवाब देंहटाएंडूबती उम्मीदों का समन्दर देखा
वजूद की जद्दोजहद देखी,
यही तो जिंदगी है ... सब कुछ देख के ही जाना होता है इस मिट्टी से ... बहुत उम्दा ...
बेहद सुन्दर प्रस्तुति ....!
हटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल बुधवार (19 -06-2013) के तड़प जिंदगी की .....! चर्चा मंच अंक-1280 पर भी होगी!
सादर...!
शशि पुरवार
आभार ,,,, शशी जी,,,,
हटाएंसब दिखा जाता है जीवन...
जवाब देंहटाएंजिन्दगी ने, हजारों ख्वाहिशों को मरते देखा.
जवाब देंहटाएंशायद यही जिंदगी की परिभाषा है, बहुत सुंदर.
रामराम.
प्रभावशाली अभिव्यक्ति!!
जवाब देंहटाएंनाकामियों का मंजर देखा
डूबती उम्मीदों का समन्दर देखा
वजूद की जद्दोजहद देखी,
जिन्दगी ने, हजारों ख्वाहिशों को मरते देखा...
लेकिन हमने……… :) :)
कसक को तड़प में बदलते देखा,
शीर्षक हो सार्थक बनते देखा,
यूं ख्वाहिश को सफल होते देखा…। :)
उम्दा प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंइतना सब कुछ एक इंसान ही देख सकता है
जवाब देंहटाएंहिम्मत की दाद देती हूँ
खूबसूरत प्रस्तुति
प्रभावशाली अभिव्यक्ति,आभार
जवाब देंहटाएंउम्दा..खूबसूरत...
जवाब देंहटाएंये जीवन है, इस जीवन का यही है रंग रूप ! उम्दा !
जवाब देंहटाएंबढिया, बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक अभिव्यक्ति....
जवाब देंहटाएं.बेहतरीन अभिव्यक्ति आभार . जनता की पहली पसंद -कौंग्रेस आप भी जानें संपत्ति का अधिकार -४.नारी ब्लोगर्स के लिए एक नयी शुरुआत आप भी जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना.....तड़प की शानदार अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबात तो सही है एक ही ज़िन्दगी सब कुछ दिखा देती है
जवाब देंहटाएंयही जीवन है भाई ..
जवाब देंहटाएंबधाई !
बेहतरीन प्रस्तुती.......जीवन के हर मोड़ की व्याख्या की है आपने ......शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंख्वाहिशें तो ना खत्म होने वाला समंदर है. कुछ टूटती हैं कुछ पूरी होती हैं. जिंदगी है तो ख्वाहिशें हैं. जीवन यही है.
जवाब देंहटाएंनाकामियों का मंजर देखा
जवाब देंहटाएंडूबती उम्मीदों का समन्दर देखा
वजूद की जद्दोजहद देखी,
जिन्दगी ने, हजारों ख्वाहिशों को मरते देखा...
बहुत सुन्दर रचना...
सादर
अनु
बहुत कुछ दिखा देती है जिन्दगी ,.....कदम दर कदम .......मार्मिक .....
जवाब देंहटाएंनाकामियों का मंजर देखा
जवाब देंहटाएंडूबती उम्मीदों का समन्दर देखा
वजूद की जद्दोजहद देखी,
सटीक अभिव्यक्ति...बहुत सुन्दर
बहुत उम्दा ....मार्मिक .....बेहतरीन प्रस्तुती.......जीवन के हर मोड़ की व्याख्या की है आपने ......शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंशानदार व उम्दा प्रस्तुती
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रस्तुति -
जवाब देंहटाएंनाकामियों का मंजर देखा
डूबती उम्मीदों का समन्दर देखा
वजूद की जद्दोजहद देखी,
जिन्दगी ने, हजारों ख्वाहिशों को मरते देखा...
बेहतरीन प्रस्तुती
जवाब देंहटाएंवाह.......बहुत खुबसूरत........
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत भाव
जवाब देंहटाएंख्वाहिशें.....कोई अंत नहीं,कोई सीमा नहीं..टूटना मरना स्वाभाविक
जवाब देंहटाएंbehad khoobsurat abhivyakti..
जवाब देंहटाएंबहुत खूब देखे सब रंग जीवन के .
जवाब देंहटाएंyahee hai jindagi. bahut sunder prastuti.
जवाब देंहटाएंआभार ,,, सरिता जी,,,
जवाब देंहटाएंआभार,,,कुलदीप जी,,,
जवाब देंहटाएंनाकामियों का मंजर देखा
जवाब देंहटाएंडूबती उम्मीदों का समन्दर देखा
वजूद की जद्दोजहद देखी,
KHUBSURAT ZAZABAAT
सुन्दर रचना।
जवाब देंहटाएंविश्व शरणार्थी दिवस 2013 (World Refugee Day 2013)
हजार ख्वाहिशें जो हो नहीं पाती है पूरी...सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंजब अवतारी लोग जीवन भर संघर्ष-रत रहे, तो हम लोग तो कर्मों का भोग करने ही आये हैं - जो सामने आए करिये मुकाबला !
जवाब देंहटाएंबहुत खूब !
जवाब देंहटाएंतड़प को भी तड़पते देखा
जवाब देंहटाएंनफरत को प्यार में बदलते देखा
आंसुओं में खुशियाँ देखी!
सुन्दर अति सुन्दर, आपको बधाई !
chitranshsoul
बेहद खूबसूरत भाव....ख्वाहिशें.....कोई अंत नहीं
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ....प्रस्तुती
जवाब देंहटाएं"अपनों का बेगानापन देखा
जवाब देंहटाएंपरायों का अपनापन देखा
रिश्तों की उलझने देखी,
रुकती साँसों ने, जिन्दगी को मुस्कराते देखा..."
वाह...सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
बहुत खूबसूरत रचना , लाजवाब भावों का सुंदर तालमेल
जवाब देंहटाएंसच में यह जिन्दगी क्या क्या देखती है ....
जवाब देंहटाएंसुन्दर
It's the path of life.
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंजिन्दगी ने, हजारों ख्वाहिशों को मरते देखा...
जवाब देंहटाएंbilkul sahi kaha hai !
जिन्दगी का बहुत सुंदर सार्थक वर्णन , आभार
जवाब देंहटाएंसार्थक और सटीक प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर.सटीक.बधाई!
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