ऐ माता तेरे बेटे हम,
ऐ माता तेरे बेटे हम,
दिया तूने हमे जब जनम,
लाज रखना मेरी,
सुन के विनती मेरी,
दे दे चरणों में हमको शरण !
बड़ा कमजोर हूँ मै अभी,
मुझमे अवगुण भरें है सभी!
है लगन ये लगी,
मन में आशा जगी,
माँ करेगी दया तू कभी!
होगा हम पर तेरा जो करम,
माँ नवमी को आयेगें हम!
साथ रोली लिये,
हाथ झोली लिये,
माँ बढा दे तू अपने कदम!
ऐ माता तेरे बेटे हम,
दिया तूने हमे जब जनम,,,,,,
जब कष्टों का हो सामना,
माँ तू ही हमें थामना!
नाम जपते रहे,
ध्यान धरते रहें,
तेरे दर्शन की हो कामना!
जब निकलने लगे मेरा दम,
कर देना जरा सा रहम!
आये अंतिम घड़ी,
पास रहना खड़ी,
माँ मिटा देना सारे भरम!
ऐ माता तेरे बेटे हम,
दिया तूनें हमें जब जनम,,,,,,
( ऐ मालिक तेरे बंदे हम ),,,, पैराडी
ऐ माता तेरे बेटे हम,
दिया तूने हमे जब जनम,
लाज रखना मेरी,
सुन के विनती मेरी,
दे दे चरणों में हमको शरण !
बड़ा कमजोर हूँ मै अभी,
मुझमे अवगुण भरें है सभी!
है लगन ये लगी,
मन में आशा जगी,
माँ करेगी दया तू कभी!
होगा हम पर तेरा जो करम,
माँ नवमी को आयेगें हम!
साथ रोली लिये,
हाथ झोली लिये,
माँ बढा दे तू अपने कदम!
ऐ माता तेरे बेटे हम,
दिया तूने हमे जब जनम,,,,,,
जब कष्टों का हो सामना,
माँ तू ही हमें थामना!
नाम जपते रहे,
ध्यान धरते रहें,
तेरे दर्शन की हो कामना!
जब निकलने लगे मेरा दम,
कर देना जरा सा रहम!
आये अंतिम घड़ी,
पास रहना खड़ी,
माँ मिटा देना सारे भरम!
ऐ माता तेरे बेटे हम,
दिया तूनें हमें जब जनम,,,,,,
( ऐ मालिक तेरे बंदे हम ),,,, पैराडी
dheerendra,bhadauriya
ममतामय पावन रूप धरे, दुरगा जननी जब नेह दिखाई ।
जवाब देंहटाएंकवि धन्य हुआ मन मंदिर में, सज के मन है करता पहुनाई ।
धरती पर शान्ति बनाय रखो, कलियान करो हे जग-माई ।
करता रवि वंदन माँ दिल से, नवरात विशेष कृपा शुभ पाई ।।
bahut sundar bhavpurn vandana ...........dheerendra ji is baar ka andaj alag mamtamayi laga .badhai
हटाएंबड़ा कमजोर हूँ मै अभी,
जवाब देंहटाएंमुझमे अवगुण भरें है सभी!
है लगन ये लगी,
मन में आशा जगी,
माँ करेगी दया तू कभी! ............. उम्मीद पै दुनियां कायम है .....सुंदर पैरोडी...
स: परिवार नवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार कीजियेगा.
बधाई , नवरात्र मंगलमय हो .
जवाब देंहटाएंनव रात्रि की हार्दिक शुभ कामनाएं! सर ,
जवाब देंहटाएंबेहद उम्दा रचना सर नवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर.....
जवाब देंहटाएंमाता तक पुकार पहुंचेगी अवश्य...
हम सब पर कृपा बनी रहे माँ की...
सादर
अनु
वाह बहुत खुबसूरत।
जवाब देंहटाएंआपको ये जानकार ख़ुशी होगी की एक सामूहिक ब्लॉग ''इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड ''शुरू हो चुका है.जिसमे भारतीय ब्लोगर्स का परिचय करवाया जायेगा.और भारतीय ब्लोग्स की साप्ताहिक चर्चा भी होगी.और साथ ही सभी ब्लॉग सदस्यों के ब्लोग्स का अपडेट्स भी होगा.ये सामूहिक ब्लॉग ज्यादा से ज्यादा हिंदी ब्लोग्स का प्रमोशन करेगा.आप भी इसका हिस्सा बने.और आज ही ज्वाइन करें.जल्द ही इसका काम शुरू हो जायेगा.
जवाब देंहटाएंलिंक ये है
http://indians-bloggers.blogspot.com/
वाह: बहुत सुन्दर पैरोड़ी...गाके देखा अच्छा लगा..आभार
जवाब देंहटाएंbahut sundar mata ki seva me asim shanti milti hai
जवाब देंहटाएंमाता आपकी मनोकामना पूरी करे!
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ!
बहुत ही सुंदर प्रार्थना | नवरात्रि की मंगल कामना |
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट:- हे माँ दुर्गा
ऐ माता तेरी संतति हम
जवाब देंहटाएंमाँ बढा दे तू अपने कदम!
माँ मिटा देना सारे भरम!
ऐ मालिक तेरे बंदे हम...
बहुत सुंदर रचना...नवरात्रि की शुभकामनाएँ!!
बहुत सुंदर पैरोडी
जवाब देंहटाएंक्या कहने
भावपूर्ण अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंवाह ... बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा रचना |
जवाब देंहटाएंसादर |
बेहतरीन अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंनव रात्रि की हार्दिक शुभ कामनाएं!
या देवी सर्व भूतेषु मात्रृरूपेण संस्थिता । माँ आपका मंगल करे । मनाहर रचना।
जवाब देंहटाएंदेवेन्द्र
शिवमेवम् सकलम् जगत
वाह ...बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंबधाई!!
http://rohitasghorela.blogspot.com/2012/10/blog-post_17.html
नवरात्रि की शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर पैरोडी है
जवाब देंहटाएंबधाई .....शुभकामनायें !
बहुत भावभीनी प्रार्थना...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति ,,,,,
जवाब देंहटाएंनवरात्रि की शुभकामनाए .....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत गीत ..
जवाब देंहटाएंभक्ति भाव से पूर्ण कविता
जवाब देंहटाएंनवरात्रि पर सुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर मात्र वंदना आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भक्ति रचना...
जवाब देंहटाएंमाँ की कृपा सभी पर बनी रहे....
शुभकामनाएँ.....
:-) :-)
जब कष्टों का हो सामना,
जवाब देंहटाएंमाँ तू ही हमें थामना!
नाम जपते रहे,
ध्यान धरते रहें,
तेरे दर्शन की हो कामना!
जब निकलने लगे मेरा दम,
कर देना जरा सा रहम!
आये अंतिम घड़ी,
पास रहना खड़ी,
माँ मिटा देना सारे भरम!
ऐ माता तेरे बेटे हम,
दिया तूनें हमें जब जनम,
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम
गीत की तर्ज़ पर लिखी गई सुन्दर गेय कविता कहूँ या भजन .बहुत ही सुन्दर भाव पूर्ण
बहुत खूबसूरत भक्ति से भरपूर रचना।
जवाब देंहटाएंआपके google+ प्रोफ़ाइल से आपके ब्लॉग लिंक मे पहुँचना मुश्किल हो गया। पहले ब्लॉग का प्रोफ़ाइल था तो सीधे के ब्लॉग पे ले जाता था वो लिंक , लेकिन अब google+ पे जाता है ब्लॉग पे नहीं ।
माँ कि अनुपम भक्ति वंदना !!
जवाब देंहटाएंऐ मालिक तेरे बंदे हम की आगे की पंक्तियाँ! वाह.. बढ़िया है..
जवाब देंहटाएं.....बहुत सुन्दर भक्ति रचना....
जवाब देंहटाएंस:परिवार नवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएं...
समर्पण अर्पण भाव वंदना .सुन्दरम मनोहरम !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रार्थना
जवाब देंहटाएंबेहद प्रभावशाली रचना है ...
जवाब देंहटाएंदशहरे की बधाई धीरेन्द्र जी ...
जवाब देंहटाएंकृपया अपना ब्लोगर प्रोफाइल ठीक कर लें , आपके ब्लॉग की जगह गूगल प्लस प्रोफाइल दिख रहा है जिससे एक लंबे अरसे से आपके ब्लॉग को नहीं ढूँढ पाया ! आज गूगल सर्च के जरिये कमेन्ट दे रहा हूँ !
शुभकामनायें आपको !
दशहरा मुबारक भाई साहब !
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रार्थना..
जवाब देंहटाएं