मंगलवार, 14 अगस्त 2012

शहीदों की याद में,,

शहीदों की याद में,

शहीदों को याद करना बस काफी नही,
१५- अगस्त को उन पर आँसू बहाइये!

नेता नही वे देश के है अमर भारती,
यादों के लिए उनकी प्रतिमा बनाइये!

कितने शहीद हो गये आजादी के नाम पर
जन जागरण में उनकी भी गाथा सुनाइये!

तुरबत पर उनके फूल चढाना नहीं काफी,
नगरों में इनके नाम की बस्ती बसाइये!

बलिदान शहीदों का शहादत है देश की,
देकर के खून - खून का कर्जा चुकाइये!

माँ को नमन कीजिये जिनके वे लाल थे,
उन माँ की चरण -रज को माथे लगाइए!

जिन बहनों के भाई समर शहीद हो गए,
भाई बनकर उन बहनों से राखी बधाइये!

वे क़त्ल होकर कर गये देश को आजाद,
अब कर्म आपका अपने देश को बचाइए!


54 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत खूब |
    बढ़िया रचना |
    स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें |

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत बढ़िया रचना |
    स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें |
    सादर
    अनु

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर रचना...
    स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें...

    जवाब देंहटाएं
  4. स्वतन्त्रता-दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।

    जवाब देंहटाएं
  5. स्वतन्त्रता-दिवस की शुभकामनाएं ..........बहुत सुन्दर रचना|

    जवाब देंहटाएं
  6. अन्धकार में समां गए जो तूफानों के बीच जले
    मंजिल उनको मिली कभी जो चार कदम भी नहीं चले
    क्रांतिकथा में गौण पड़े है गुमनामी की बाहों में
    गुंडे तस्कर तने खड़े है राजमहल की राहों में

    यहाँ शहीदों की पावन गाथाओं को अपमान मिला
    डाकू ने खादी पहनी तो संसद में सम्मान मिला
    राजनीति में लोह पुरुष जैसा सरदार नहीं मिलता
    लाल बहादुर जी जैसा कोई किरदार नहीं मिलता
    ऐरे गैरे नत्थू खैरे तंत्री बनकर बैठे है
    जिनको जेलों में होना था मंत्री बनकर बैठे है

    जवाब देंहटाएं
  7. जाने किसका क्या है मक़सद,कौन है सच्चा,झूठा कौन
    किस पर करे भरोसा जनता,छोड़े किसको फ़रमाइए!

    जवाब देंहटाएं
  8. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें...जय हिंद

    जवाब देंहटाएं
  9. सार्थक संवेदनशील रचना , यथार्थ को यथोचित स्थान देता काव्य प्रवाह ....मंगल दिवस की शुभकामनयें .../

    जवाब देंहटाएं
  10. बलिदान शहीदों का शहादत है देश की,
    देकर के खून - खून का कर्जा चुकाइये!
    ......... बहुत बढिया ........
    स्वतन्त्रता दिवस की बहुत-बहुत ............शुभकामनाएँ.........
    .............जयहिन्द............
    ............वन्दे मातरम्..........







    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत ही बढ़िया
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!


    सादर

    जवाब देंहटाएं
  12. बहुत खूब !

    बात देश की करने से पहले
    क्यों ना अब देखें हम
    घर मोहल्ले अपने अपने
    देश को जरूर बचायेंगे
    चलिये पहले सब अपने
    शीशे के घर तुड़वाइये !

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत सुन्दर संदेशपरक कविता सही है इस आजादी को हमे ही बचाना है हमारी आनेवाल पीढ़ी को यही समझाना है स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  14. किनके नाम ??????????? याद भी कितनों के हैं ? भगत सिंह, सुखदेव , ..... की माँ और थीं और न भगत होना आसान है न उसकी माँ

    जवाब देंहटाएं
  15. बहुत खूब,
    स्वतंत्रता दिवस की बधाई

    जवाब देंहटाएं
  16. वे क़त्ल होकर कर गये देश को आजाद,
    अब कर्म आपका अपने देश को बचाइए!
    bahut khoob likha aapane...

    जवाब देंहटाएं
  17. बहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

    जवाब देंहटाएं
  18. बहुत बढ़िया.
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.


    जवाब देंहटाएं
  19. नमन है उन स्वतंत्रता सैनानियों को , उन आज़ादी के दीवानों को , उन शहीदों को जिन्होंने हमारे सुनहरे भविष्य के लिए अपना वर्तमान और सर्वस्व देश पर न्यौछावर कर दिया .
    जय हिंद .
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.

    जवाब देंहटाएं
  20. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं
  21. शहीदों को बढ़िया श्रद्धांजलि दी है आपने

    जवाब देंहटाएं
  22. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

    "जिन बहनों के भाई समर शहीद हो गए,
    भाई बनकर उन बहनों से राखी बधाइये!"

    कितने पावन भाव हैं ! बहुत सुंदर !

    जवाब देंहटाएं

  23. "बंधाइये ,बन्धवाइये".बढिया प्रस्तुति राष्ट्र प्रेम के ज़ज्बे से संसिक्त .यौमे आज़ादी मुबारक . यहाँ भी पधारें -
    ram ram bhai
    बुधवार, 15 अगस्त 2012
    TMJ Syndrome
    TMJ Syndrome
    http://veerubhai1947.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं
  24. आपको ढेरों शुभकामनायें!!

    जवाब देंहटाएं
  25. सुन्दर और सार्थक भाव जगाती रचना,..
    आपको भी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये
    :-)

    जवाब देंहटाएं
  26. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

    जवाब देंहटाएं
  27. खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

    जवाब देंहटाएं
  28. माँ को नमन कीजिये जिनके वे लाल थे,
    उन माँ की चरण -रज को माथे लगाइए!
    ........bahut badhiya ....swtantrta divas ki hardik shubh kamnaye..

    जवाब देंहटाएं
  29. स्वतंत्रता दिवस पर भावभीनी अभिव्यक्ति. आभार.
    "....नगरों में इनके नाम की बस्ती बसाइये!......"
    पंक्ति के विषय में कहना है कि राम प्रसाद विस्मिल, चन्द्र शेखर आजाद या खुदी राम बोस के नाम से कितने नगर बसे हैं इन पैंसठ वर्षों में. सोचनीय है.

    जवाब देंहटाएं
  30. बलिदान शहीदों का शहादत है देश की,
    देकर के खून - खून का कर्जा चुकाइये!

    माँ को नमन कीजिये जिनके वे लाल थे,
    उन माँ की चरण -रज को माथे लगाइए!
    प्रिय धीरेन्द्र जी बहुत खूब ....सच कहा आप ने वे तो कुर्बानी दे के हमें कुछ दे के ही गए हम भूल गए अब अपना कर्म ही बचाए काश लोग सोचें कुछ धनात्मक रुख लें
    भ्रमर ५

    जवाब देंहटाएं
  31. बहुत ही सुन्दर सलाह सभी देशवासियों को।

    जवाब देंहटाएं
  32. आजादी की सालगिरह आपको भी मुबारक..बहुत सुंदर, जोश भरी देशभक्ति की रचना..बधाई!

    जवाब देंहटाएं
  33. बलिदान शहीदों का शहादत है देश की,
    देकर के खून - खून का कर्जा चुकाइये!

    ...बहुत प्रेरक प्रस्तुति...शहीदों को नमन!

    जवाब देंहटाएं
  34. क्या बात है सर जी...आप तो छा गए।
    बेहद सार्थक रचना लिखी है आपने!

    जवाब देंहटाएं
  35. आजादी की सालगिरह आपको भी मुबारक । शहीदों के व्यव्हार सा अपना वर्तन बनाइये ।

    जवाब देंहटाएं
  36. ...एक ही ध्येय होना चाहिए कि हमें केवल देश को देखना है !

    जवाब देंहटाएं
  37. आजादी के रंगों में नहाई हुई खुबसूरत कविता के लिए बधाई .

    आभार

    जवाब देंहटाएं
  38. बहुत ही भावपूर्ण्………
    माँ को नमन कीजिये जिनके वे लाल थे,
    उन माँ की चरण -रज को माथे लगाइए!

    जवाब देंहटाएं
  39. देश के प्रति आपके इस जज्बे को मेरा सलाम ...!
    बेहतरीन प्रस्तुति !
    आभार !

    जवाब देंहटाएं
  40. बहुत बढ़िया रचना ......देश को समर्पित !

    जवाब देंहटाएं
  41. बहुत ही खूबसूरत ग़ज़ल...हरेक शेर अपने में लाजवाब है.

    जवाब देंहटाएं
  42. बहुत सी सुन्दर वर्णन किया है आपने , हार्दिक बधाई स्वीकार करें

    जवाब देंहटाएं
  43. सिर्फ खोखली बातें काफी नहीं हैं, दिल में जज्बे का होना ज़रूरी है ... आज़ादी यूँ ही नहीं मिल गयी थी ....ऐसा कुछ कहती है आप की पोस्ट. बहुत सुन्दर. आभार !

    जवाब देंहटाएं
  44. बहुत सुन्दर गज़ल...धीरेन्द्र जी ....
    --------यह मुकफ्फा गज़ल है.....बिना रदीफ के ....

    जवाब देंहटाएं
  45. चाहे गीतों के माध्यम से या हों ग़ज़ल के शेर आपके कथन दिल की गहरे तक उतर जाते हैं और नित नए सन्देश दे जाते हैं .आपके देश प्रेम के जज्ज्बे को प्रणाम .खुबसूरत ग़ज़ल

    जवाब देंहटाएं
  46. बेह्तरीन अभिव्यक्ति .आपका ब्लॉग देखा मैने और नमन है आपको
    और बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजाया गया है लिखते रहिये और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये.

    http://madan-saxena.blogspot.in/
    http://mmsaxena.blogspot.in/
    http://madanmohansaxena.blogspot.in/

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणियाँ मेरे लिए अनमोल है...अगर आप टिप्पणी देगे,तो निश्चित रूप से आपके पोस्ट पर आकर जबाब दूगाँ,,,,आभार,