जिन्दगी
जिन्दगी सिर्फ दो अक्षरों की कहानी है
एक साँस आनी है एक साँस जानी है,
जिन्दगी सिर्फ दो अक्षरों की कहानी है
एक साँस आनी है एक साँस जानी है,
मृत्यु समय धन दौलत याद नही आती
याद आता है तो सिर्फ एक घूँट पानी है
ऋषि मुनियों ने इस सत्य को जाना है
छिपे इस गूढ़ मूल तत्व को पहचना है,
उन्होंने हमे कुछ सुंदर सन्देश दिए
सुख शान्ति से जीने के उपदेश दिए,
पंचतत्व से बने है हम हमको बतलाया
क्या हो ढंग जीने का हमें सिखलाया,
शीतल हवा सा गगन में बहना सीखो
निर्मल जल सा थल में रहना सीखो,
सीखो तुम मन का विस्तार गगन से
सीखो तुम तेज अपार अग्नि से,
धरा से भार का सहना सीखो
सदैव उदार तुम रहना सीखो,
जिन्दगी इन्हीं पंचतत्वों की कहानी है
एक साँस आनी है एक साँस जानी है,
रचनाकार - श्याम श्री वास्तव "रोहित"
F - 16, तुलसी नगर , भोपाल
मोबाईल न० - 8823051774
आशा है आप स्वास्थ लाभ कर रहे होंगे !
जवाब देंहटाएंएक सुंदर रचना से रुबरु कराने के लिये आभार !
bahut hi sundar rachna ...........
जवाब देंहटाएंजिंदगी के गुढ़ रहस्य से परिचय कराती रचना... बहुत सुंदर...
जवाब देंहटाएंजिन्दगी इन्हीं पंचतत्वों की कहानी है
जवाब देंहटाएंएक साँस आनी है एक साँस जानी है,
बहुत सुंदर कविता से रूबरू कराया धीर जी । रोहित जी को बधाई इस सुंदर रचना के लिये ।
बहुत सुंदर ।
जवाब देंहटाएंशुभप्रभात
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर पोस्ट
आशा है आप स्वास्थ लाभ कर रहे होंगे !
सुंदर रचना से रुबरु कराने के लिये आभार !
सात्विक सत्य ,सुन्दर रचना ,धन्वाद
जवाब देंहटाएंसच कहा, और एक हम हैं कि किले बनाते रहते हैं।
जवाब देंहटाएंआपकी यह रचना आज शनिवार (10-08-2013) को ब्लॉग प्रसारण पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
जवाब देंहटाएंआभार ,,, अरुन जी
हटाएंसच से रूबरू हुए …. टिप्पणियों से पता चला कि आपकी तबियत खराब रही। स्वास्थ्य के लिए शुभ कामनाएं।
जवाब देंहटाएंज़िन्दगी - है भी,नहीं भी
जवाब देंहटाएंइस जिंदगी का सच भी और झूठ भी
जवाब देंहटाएंबहुत ही यथार्थ-परक लेखन |
जवाब देंहटाएंखूबसूरत दर्शन |
पढ़िए.... मेरा सकारात्मक,उर्जादायी व मानसिक,शारीरिक आध्यात्मिक स्वास्थ्यवर्धक ,आडियो युक्त ब्लॉग -
“http://drakyadav.blogspot.in/ "
बहुत ही सारवान.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत सुन्दर रचना !!
जवाब देंहटाएंप्रकृति के माधयम से संदेश देती सुंदर रचना । बधाई !
जवाब देंहटाएंसंदेश देती सुंदर रचना ,,
जवाब देंहटाएंमृत्यु समय धन दौलत याद नही आती
जवाब देंहटाएंयाद आता है तो सिर्फ एक घूँट पानी है
saty kaha hai aabhar aur badhai
श्याम श्री वास्तव "रोहित" ji ko sarthak rachna
ke liye !
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (11-08-2013) के चर्चा मंच 1334 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
जवाब देंहटाएंआभार ,,,अरुण जी,,,
हटाएंपंचतत्वों की कहानी....बहुत खूब
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना ......
जवाब देंहटाएंSUNDAR RACHNAA HAI
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति है।
धरा से भार का सहना सीखो
जवाब देंहटाएंसदैव उदार तुम रहना सीखो, ..
जीवन दर्शन से भरपूर सभी छंद ... लाजवाब ...
जिन्दगी इन्हीं पंचतत्वों की कहानी है
जवाब देंहटाएंएक साँस आनी है एक साँस जानी है,
Nice
बहुत ही सुन्दर सीख,उत्कृष्ट रचना , आशा है आप स्वस्थ लाभ कर रहे हैं .
जवाब देंहटाएंlatest post नेताजी सुनिए !!!
latest post: भ्रष्टाचार और अपराध पोषित भारत!!
बहुत बढ़िया रचना...
जवाब देंहटाएंसाझा करने का शुक्रिया..
सादर
अनु
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत लिखा है , शानदार अभिवयक्ति
अति सुंदर अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंsundar satvik rachna ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना,साझा करने का शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंजीवन के सत्य को परिभाषित करती सुंदर रचना ... आभार पढ़वाने के लिए ।
जवाब देंहटाएंजिन्दगी सिर्फ दो अक्षरों की कहानी है
जवाब देंहटाएंएक साँस आनी है एक साँस जानी है,
जीवन का सत्य तो यही है. सुंदर भाव एवं प्रस्तुति.
जिन्दगी इन्हीं पंचतत्वों की कहानी है
जवाब देंहटाएंएक साँस आनी है एक साँस जानी है,
nice
बहुत ही सुंदर रचना छाँट कर लाये हैं आप ...आभार
जवाब देंहटाएंbahut sundar :)
जवाब देंहटाएंबहुत खूब सुन्दर रचना :)
जवाब देंहटाएंआभार आपका और श्याम जी का , अच्छी रचना पढवाने के लिए
जवाब देंहटाएंजिन्दगी इन्हीं पंचतत्वों की कहानी है
जवाब देंहटाएंएक साँस आनी है एक साँस जानी है,
अच्छी रचना पढवाने के लिए आभार*****
जिन्दगी इन्हीं पंचतत्वों की कहानी है
जवाब देंहटाएंएक साँस आनी है एक साँस जानी है,
... रोहित जी को बधाई इस सुंदर रचना के लिये ।
jindagee ke goodh rahsyon jo bismrit ho gaye hain hamaree is peedhee se use phir se yaad dilatee rachna ke madhyam se shandaar prayas ..saadar badhaaayee ke sath
जवाब देंहटाएंवाह बहुत बढ़िया |
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना पढवाने के लिए आभार*****
जवाब देंहटाएंजिन्दगी इन्हीं पंचतत्वों की कहानी है
जवाब देंहटाएंएक साँस आनी है एक साँस जानी है,
... रोहित जी को बधाई इस सुंदर रचना के लिये ।