मंगलवार, 27 मार्च 2012

तुम्हारा चेहरा.....

तुम्हारा चेहरा

चाँद से भी खूबसूरत है तुम्हारा चेहरा
हमने सौ बार निगाहों में उतारा चेहरा,

सबकी नजरों से महफिल में बचाकर नजरें
चुपके-चुपके से हर नजर ने निहारा चेहरा,

देखकर आपको कुछ वो भी तो हैरान होगा
आपने आईने में जिस वक्त संवारा चेहरा,

तेरे चेहरे के सिवा कुछ भी "धीर" को याद नही
मेरी नजरो को नहीं दूजा गवारा चेहरा,

फिर किसी शख्स को देखने की तमन्ना न होगी
इक नजर देख लिया जिसने तुम्हारा चेहरा,

DHEERENDRA,”dheer”

106 टिप्‍पणियां:

  1. वाह..........
    बहुत खूबसूरत...

    सादर.

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  2. वाकई बड़ा खुबसूरत है चेहरा !
    सुंदर रचना ....

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  3. खूबसूरत सी सूरत थी या
    कल्पना की मूरत थी,
    मींचता हूँ खोलता हूँ आँख अपनी,
    सोचता हूँ ख़्वाब था या थी अप्सरा कोई...

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  4. ठण्ड कलेजे पै गई, अब न धीर-अधीर ।
    दर्शन उनके जो हुवे, करे कैद तश्वीर ।

    करे कैद तश्वीर, दूसरा मन न भावे ।
    मिली धीर को हीर, चीर हृदय दिखलावे ।

    दीवाना दिलदार, शक्ल भायें न दूजे ।
    भूल गया संसार, पड़ी जो ठण्ड कलेजे ।।

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  5. श्रृंगार की खुबसूरत ग़ज़ल.

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  6. सुन्दर चेहरे का...बहुत खूबसूरती से किया गया वर्णन!

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  7. देखकर आपको कुछ वो भी तो हैरान होगा
    आपने आईने में जिस वक्त संवारा चेहरा,
    हैरान खुद कम हम भी नहीं ,

    देखते अपना, नजर आता है चेहरा तेरा .

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  8. बेहद खूबसूरत है... सुन्दर रचना के लिए आभार...

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  9. फिर किसी शख्स को देखने की तमन्ना न होगी
    इक नजर देख लिया जिसने तुम्हारा चेहरा ...

    कुछ तो खास है उनके चेहरे में जो तमन्ना पूरी हो गयी ... खूबसूरत शेर हैं सभी ...

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  10. सबकी नजरों से महफिल में बचाकर नजरें
    चुपके-चुपके से हर नजर ने निहारा चेहरा.... .बहुत खूबसूरत रचना है.

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  11. अरवीला रविकर धरे, चर्चक रूप अनूप |
    प्यार और दुत्कार से, निखरे नया स्वरूप ||

    आपकी टिप्पणियों का स्वागत है ||

    बुधवारीय चर्चा-मंच

    charchamanch.blogspot.com

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  12. तेरे चेहरे के सिवा कुछ भी "धीर" को याद नही
    मेरी नजरो को नहीं दूजा गवारा चेहरा,... waah kya baat hai

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  13. vaah kya baat hai dheer ji picture bhi jabardast kahan se chunkar lagaai hai jise dekh kar koi kavi likhe bina ruk nahi sakta ,bahut achcha likha hai.jara yahan bhi gaur farmaayen....
    बला की खूबसूरत थी ग़जब का नूर शामिल था
    मोहब्बत कैसे करता मैं वहां गुरूर शामिल था

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  14. .........यूं चल गया नूरानी चेहरे का जादू
    'धीर' को भी 'अधीर' बना गया तुम्हारा चेहरा......

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  15. क्या बात है. शानदार गज़ल. आभार.

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  16. तेरे चेहरे के सिवा कुछ भी "धीर" को याद नही
    मेरी नजरो को नहीं दूजा गवारा चेहरा,


    प्रेम की सादगी के साथ,बहुत सुंदर और दिल को छूती रचना !!

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  17. अरे वाह!! कमाल की रूमानी रचना है.. आज ये भी रंग देख लिया आपका!! बधाई!!

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  18. फिर किसी शख्स को देखने की तमन्ना न होगी
    इक नजर देख लिया जिसने तुम्हारा चेहरा,

    बहुत सुंदर भाव। धन्यवाद ।

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  19. क्या बात है ! सरस शब्दों में सौंदर्य को प्रतिष्ठित कर लालित्य को उन्माद सा दे दिया है .... बहुत सुन्दर /

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  20. आइना चटक गया होगा,
    तेरी सूरत निहारकर,
    मैंने कुछ इस तरह
    दिल को तसल्ली दी है !

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  21. jitna khubsurat chehra hai usse bhi sundar rachna hai.
    dhanyawad.....

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  22. Dheerendra ji, bahut sundar!! ek guzarish bhi hai... saadar vinamra nivedan hai ki 'resent post' ki bajaay 'recent post' likha karen.. angezi mein meanings bahut alag hain...
    Saadar!!

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  23. चेहरा जितना खुबसूरत है ,उससे भी जयादा खुबसूरत आपकी रचना है |
    ............धन्यवाद् ......

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  24. धिरेंदर जी मै भी चेहरे हो देखते रह गया ! आप की तुकबंदी सजावट के क्या कहना ! बधाई

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  25. "तेरे चेहरे के सिवा कुछ भी "धीर" को याद नही
    मेरी नजरो को नहीं दूजा गवारा चेहरा,"

    हासिल ए गजल शेर है यह आपका !

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  26. चाँद से भी खूबसूरत है तुम्हारा चेहरा

    हमने सौ बार निगाहों में उतारा चेहरा,

    चाँद पे देखें हैं ज़माने ने लाखों क्रेटर ,

    मैंने देखा है ,बेदाग़ सुहाना चेहरा .

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  27. फिर किसी शख्स को देखने की तमन्ना न होगी
    इक नजर देख लिया जिसने तुम्हारा चेहरा,
    वाह! वाह! वाह!

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  28. देखकर आपको कुछ वो भी तो हैरान होगा
    आपने आईने में जिस वक्त संवारा चेहरा,

    बहुत खूबसूरत गजल

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  29. क्या बात है -धीरेन्द्र जी.....वाह ! !,

    किनारे पे ही रहियो... हमैं डर है, कहीं आप डूब ना जाएँ इस मंजर में.........

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  30. bahut sundar rachna hai! badhai.
    aapke bahane RAVIKAR G jaise kaviyon ko bhi padhne ka mauka mil gaya!!

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  31. तेरे चेहरे के सिवा कुछ भी "धीर" को याद नही
    मेरी नजरो को नहीं दूजा गवारा चेहरा,..
    धीर हुए गंभीर देख यह शायद पहली बार हुआ......................?
    खुबसूरत चेहरा और सुंदर पंक्तियाँ .......................वाह.

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  32. आपके चयन की दाद देते हैं .....वाकई सुन्दर हैं दोनों आपकी रचना और आपकी प्रेरणा!!!!

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  33. bahut sundar abhivyakti hai aapki
    फिर किसी शख्स को देखने की तमन्ना न होगी
    इक नजर देख लिया जिसने तुम्हारा चेहरा,

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  34. बेहद खूबसूरत है....बहुत ही दमदार एवं उम्‍दा प्रस्‍तुति ...आभार ।

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  35. तेरे दीदार के बाद फिर कोई चाहत नहीं -वाह कितनी मोहक अभिव्यक्ति!

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  36. सबकी नजरों से महफिल में बचाकर नजरें
    चुपके-चुपके से हर नजर ने निहारा चेहरा,
    I GET HURT WHEN I READ THE BEAUTIFUL LINES
    WITH BEAUTIFUL PICTURE BASED ON
    EMOTIONS AND FEELINGS .I AM JEALOUS OF YOU .

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  37. कैसे गवारा होगा दूजा चेहरा, जब हर शै में नज़र आटा तेरा चेहरा |

    बढ़िया

    टिप्स हिंदी में

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  38. बहुत सुंदर रचना,बेहतरीन प्रस्तुति,...

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  39. तेरे चेहरे के सिवा कुछ भी "धीर" को याद नही
    मेरी नजरो को नहीं दूजा गवारा चेहरा,...वाह: बहुत खुबसूरत रचना..! धीरेन्द्र जी..बधाई..

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  40. आपने जो लिखा हें उससे तो यह लगता हें कि खूबसूरती भी सरमाजाये |

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  41. वाह...
    बेहतरीन प्रस्तुति...
    बहुत खूबसूरत है तुम्हारा चेहरा.

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  42. सबकी नजरों से महफिल में बचाकर नजरें
    चुपके-चुपके से हर नजर ने निहारा चेहरा,

    मन को झकझोर ने वाली कविता अच्छी लगी । मेरे पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।

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  43. फिर किसी शख्स को देखने की तमन्ना न होगी
    इक नजर देख लिया जिसने तुम्हारा चेहरा,


    ---क्या बात है धीरेन्द्र जी....सुन्दर

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  44. फिर किसी शख्स को देखने की तमन्ना न होगी
    इक नजर देख लिया जिसने तुम्हारा चेहरा,

    वाकई ख़ूबसूरत तो है यह चेहरा …
    जिसका भी है , भगवान उसे बुरी नज़र से बचाए …
    :)

    आदरणीय धीरेन्द्र जी
    ख़ूबसूरती को महसूस करने वाली आपकी नज़रें भी सलामत रहे !



    *दुर्गा अष्टमी* और *राम नवमी*
    की
    ~*~बधाइयां शुभकामनाएं !~*~
    शुभकामनाओं-मंगलकामनाओं सहित…
    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  45. काफी डूब कर संवेदनाओं को पेश किया है. बहुत खूबसूरत गज़ल बन पड़ी है. बधाई.

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  46. देखकर आपको कुछ वो भी तो हैरान होगा
    आपने आईने में जिस वक्त संवारा चेहरा,

    बहुत खूब, बहुत खूब...!
    बेहतरीन ग़ज़ल।

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  47. खूबसूरती को बहुत खूबसूरती से पेश किया है ।
    बेहतरीन ।

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  48. खूबसूरती को सलाम करती हुई बेहद खूबसूरत गजल.

    शुभकामनायें.

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  49. "देखकर आपको कुछ वो भी तो हैरान होगा
    आपने आईने में जिस वक्त संवारा चेहरा,"
    -----------------------------
    वाह बहुत खूब

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  50. भीड़ में एक चेहरा जो देखा
    वो सदा के लिए अपना बन गया ....

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  51. "देखकर आपको कुछ वो भी तो हैरान होगा
    आपने आईने में जिस वक्त संवारा चेहरा,"
    aah ati sundar rachana ,badhaaii

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  52. सभी महानुभाव जो मेरे पोस्ट पर आकर अपने शब्दों से मुझे मार्ग दर्शन और मेरा हौसला बढाया सभी लोगों को दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ और भविष्य में इसी तरह सहयोग की आशा करता हूँ,..
    बहुत२ आभार...धन्यवाद ....

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  53. खूबसूरत चेहरा... सुन्दर भाव, बधाई.

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  54. सादे बदसूरत चेहरों से शायरों की कलम टूट जाती हे केया
    फूल बिना काँटों के हरे सूखे पत्तो के बिगर फीके लगते हे.

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  55. बहुत ही सुन्दर

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आपकी टिप्पणियाँ मेरे लिए अनमोल है...अगर आप टिप्पणी देगे,तो निश्चित रूप से आपके पोस्ट पर आकर जबाब दूगाँ,,,,आभार,