शुक्रवार, 3 मई 2013

दीदार होता है,

दीदार होता है,

शाम होते ही उनका इन्तजार होता है,
 प्यार में  नोक-झोक  तकरार होता है !

 
  नीचे  झुका लेते है ,हम अपनी नजरें,  
जब  उनसे   हमारा  दीदार  होता  है !

 अश्क  बहते  जब  उनकी  आँखों  से,  
आँखों  में  प्यार  का खुमार  होता है !

   थाम  लेते जब उन्हें  अपनी  बाहों में,   
  वो  नाजुक   पल   यादगार   होता  है !


धीर  को  जरूरत   नही   मांझी  की, 
प्यार  ही  जीने  का आधार  होता है !

dheerendra,dheer,

50 टिप्‍पणियां:

  1. प्यार में सब कुछ बेशुमार होता है .....धीर साहब ..

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  2. प्यार में बहुत कुछ होता है,बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति.

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  3. प्यार का दायरा असीम है ,बहुत कुछ होता है ,बहुत सुन्दर रचना
    ateast post मैं कौन हूँ ?
    latest post परम्परा

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  4. बहुत सही, जब प्यार (परमात्मा) का आसरा हो तो माझी की कहां जरूरत होगी.

    रामराम.

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  5. प्यार ही जीने का आधार होता है ..........सही कहा है !!

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  6. धीर को जरूरत नही मांझी की,
    प्यार ही जीने का आधार होता है !
    सही कहा है ...

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  7. बहुत सुंदर प्रस्तुति....!! मेरे पोस्ट 'ओ बसंती हवा' पर पधारे.

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  8. बहुत ही सुन्दर भावों का सम्प्रेषण

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  9. शाम होते ही इन्तजार उनका होता है,
    प्यार में नोक-झोक तकरार होता है bahut badhiya ....

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  10. धीर को जरूरत नही मांझी की,
    प्यार ही जीने का आधार होता है !
    ....सुन्दर पंक्तियाँ

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  11. जीवन के इसी आधार की तो हमेशा हर किसी को जरुरत रहती है

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  12. अच्छा आधार है, सुंदर प्रतिक्रिया

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  13. वाह.......
    बहुत सुन्दर ग़ज़ल......

    सादर
    अनु

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  14. भूल जी धीर वो समय सुहाना व्,पुराना
    अब तो सिर्फ प्यार का व्योपार होता है .....

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  15. थाम लेते जब उन्हें अपनी बाहों में,
    वो नाजुक पल यादगार होता है !-----
    वाह प्यार का सुंदर अहसास
    बधाई


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  16. थाम लेते जब उन्हें अपनी बाहों में,
    वो नाजुक पल यादगार होता है !
    .............बहुत सुन्दर ग़ज़ल
    मेरी हौसला अफज़ाई के लिए आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया....!!

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  17. धीर को जरूरत नही मांझी की,
    प्यार ही जीने का आधार होता है !
    बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति
    सादर

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  18. बहुत भाव पूर्ण रचना है |
    आशा

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  19. धीर को जरूरत नही मांझी की,
    प्यार ही जीने का आधार होता है !

    हाँ सर्व आत्माओं के प्रति प्यार ,खुद को भी प्यार से भर देता है ,यार में खुदा का दीदार होता है .

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  20. भाव पूर्ण सुन्दर रचना....

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  21. आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (05-05-2013) के चर्चा मंच 1235 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ

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    उत्तर
    1. चर्चामंच में मेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार,,,,अरुन जी,,,

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  22. बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...आभार

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  23. बहुत सही कहा आपने ...प्यार ही जीने का आधार होता है..

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  24. शानदार गज़ल.प्यार है तो सब कुछ है.
    शाम होते ही इन्तजार उनका होता है,
    शायद आप "शाम होते ही उनका इन्तजार होता है" लिखना चाह रहे थे.

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  25. थाम लेते जब उन्हें अपनी बाहों में,
    वो नाजुक पल यादगार होता है .....बहुत सुन्दर..

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  26. सुन्दर कोमल और सशक्त भाव ....
    बहुत सुन्दर गज़ल ...

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  27. अश्क बहते जब उनकी आँखों से,
    आँखों में प्यार का खुमार होता है !

    प्यार का खुमार कभी ना उतरे.
    सुंदर प्रस्तुति.

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  28. अश्क बहते जब उनकी आँखों से,
    आँखों में प्यार का खुमार होता है !

    वाह , बहुत खूबसूरत गजल

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  29. वाह! अत सुन्दर.. बहुत रूमानी.

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  30. बहुत खूब जनाब | सादर

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
    Tamashaezindagi FB Page

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  31. jo nihswarth ho vahi pyar hota hai jeevan ka aadhar.maa ka pyar jo nihsvarth hota hai usise jindagi milati hai sab ko manav kya pashu pakshiyo ko bhi.

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  32. नीचे झुका लेते है ,हम अपनी नजरें,
    जब उनसे हमारा दीदार होता है ..

    वह .. क्या कहने उनकी नज़रों की ताब के ...
    लाजवाब गज़ल है और हर शेर कमाल का है ...

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  33. धीर को जरूरत नही मांझी की,
    प्यार ही जीने का आधार होता है !

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  34. धीर को जरूरत नही मांझी की,
    प्यार ही जीने का आधार होता है !..सच प्यार बिना सब बेकार है ..

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